सिंहस्थ में उज्जैन विकास प्राधिकरण की भूमिका
उज्जैन विकास प्राधिकरण को स्थायी निर्माण कार्या के निर्माण हेतु निर्माण एजेंसी के रूप में कार्य करने का दायित्व सौपा गया है ।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी ने उज्जैन में होने वाले महाकुंम्भ पर्व को पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति का संदेश वाहक मंच बनाया है प्रत्यक्ष उदाहरण है कि सिंहस्थ 2004 में 262 करोड़ के बजट की तुलना में सिंहस्थ 2016 में 2500 से 3500 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान किया, कुंम्भ महापर्व 2016 को ग्रीन सिंहस्थ क्bीन सिंहस्थ के रूप में मनाकर विश्व को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने का विचार रखा ।
उज्जैन जिले के आमजन के स्वप्न मोक्षदायी माँ क्षिप्रा को प्रदूषण मुक्त कर प्रवाहमान बनाने के लिए दो प्रभावशाली योजनाएँ क्षिप्रा-नर्मदा लिंक परियोजना तथा खान डायवर्शन (अपभ्रंश) योजना बनाकर इनकी परीणिति से क्षिप्रा का जल आचमन योग्य बनाया इसी प्रकार शहर की सड़कों में 362 करोड़ के निर्माण से मेट्रो सिटी का अहसास करवाया, 177 करोड़ की लागत से चार आर.ओ.बी. तथा सात रिवर ब्रिज बनवाएँ लगभग 63 करोड़ रूपये की लागत से पंचक्रोशी मार्ग का उन्नयन, उज्जैन पश्चिम बायपास 14.30 कि.मी. लम्बाई का निर्माण लगभग 94.3 करोड़ की लागत से, हरिफाटक ओवरब्रिज की चौथी भुजा, 430 मी. लम्बी लगभग 10.81 करोड़ की अवगत से, 450 बिस्तरों वाला सात मंजिल मातृ एवं शिशु अस्पताल का निर्माण लगभग 74.43 करोड़ की अवगत से, करोड़ों श्रद्धालुओ की सुविधा हेतु कुल 37 घाट स्नान आदि के लिए तैयार किए गए जिनकी सतत लम्बाई लगभग 9 कि.मी. है जो कि अद्वितीय है, 7.75 मिलियन गेलंन (एम.जी.डी.) के दो जलशोधन प्लेटो का निर्माण लगभग 12 करोड़ की लागत से आदि कई प्रकार के स्थायी प्रकृति के कार्य व लगभग 3500 हेक्टेयर जमीन पर मेला क्षेत्र में अस्थायी प्रकृति के कार्य भी उल्लेखित है ।
इसी क्रम में म.प्र. शासन ने उज्जैन विकास प्राधिकरण को बड़ी अहम जिम्मेदारी सौपते हुए सृष्टि (प्रकृति) से सरोकार करने वाले तंत्र नेत्र को सुखद अनुभूति हेतु सौंदर्यकरण का कार्य दिया जिससे कि प्रत्येक श्रद्धालुओ के मन में सुखद वातावरण की सुरम्य छवि बने, सिंहस्थ मेला कार्यालय के रूप में सभी गतिविधियाँ जिस भवन से संचालित हो रही है बड़े सौभाग्य की बात है कि उस भव्य अद्वितीय भवन का निर्माण भी उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा किया गया जो कि पूरे प्रदेश में सराहनीय है ।
उज्जैन विकास प्राधिकरण अपनी सेवाएँ शासन द्वारा सौंपे गये निर्माण कार्या के रूप में कर रहा है जिसमें सिंहस्थ मेला कार्यालय भवन का, राजस्व विभाग के पटवारी/राजस्व निरीक्षण केन्द्र का, कालिदास अकादमी में भरत विशाल मंच एवं आर्ट गैलरी आदि का निर्माण, 84 महादेव मंदिरों, 43 शासकीय मंदिरों के जिर्णोद्धार कार्य, सिंहस्थ के दौरान घाटों पर सौंदर्यकरण कार्य के अंतर्गत लाल पत्थर लगाना (दत्त अखाड़ा घाट पर), सभी घाटों व मंदिरों की पुताई, चित्रकारी, नदी पर स्थित पुलो (ब्रिज), किनारों पर स्थित पेड़ों आदि पर अस्थाई आकर्षक विद्युत सज्जा , तोरण-बंदनवार, ध्वजा पताकाओं से सज्जा, नदी में फव्वारें लगाने के कार्य का दायित्व सौंपा गया है ।
क्र. |
कार्य का नाम |
स्वीकृत राशि |
1 | सिंहस्थ मेला कार्यालय भवन का निर्माण | 7.50 |
2 | राजस्व विभाग के पटवारी/राजस्व निरीक्षण केन्द्र | 2.50 |
3 | कालीदास अकादमी में भरत विशाल मंच एवं आर्ट गैलरी आदि का निर्माण | 2.40 |
4 | सिंहस्थ के दौरान घाटों पर सौंदर्यकरण कार्य के अंतर्गत लाल पत्थर bगाना (दत्त अखाड़ा घाट पर) सभी घाटों व मंदिरों की पुताई, चित्रकारी, नदी पर स्थित पुलो (ब्रिज) पर अस्थाई आकर्षक विद्युत सज्जा , तोरण-बंदनवार, ध्वजा पताकाओं से सज्जा , नदी में फव्वारें लगाने के कार्य | 12.86 |
5 | गढ़कालीका मंदिर एवं कारभैरव मंदिर के बाहरी परिसर का विकास कार्य | 0.70 |
6 | 84 महादेव मंदिरों एवं अन्य 43 शासकीय मंदिरों का जीर्णोद्धार कार्य | 10.00 |
योग | 35.96 |